क्या आप जानना चाहते हैं AePS Kya Hai? AePS Ka Full Form? इसका प्रबंधन कौन करता है? AEPS से क्या लाभ प्राप्त कर सकते हैं? और अंत में जान सकते हैं कि AePS कैसे काम करता है?
AePS क्या है – AePS Kya Hai
AePS, NPC (National Payment Corporation Of India) द्वारा विकसित एक प्रणाली है जिससे किसी व्यक्ति अपने आधार नंबर और उनके फिंगरप्रिंट / आईरिस स्कैन का उपयोग करके माइक्रो-एटीएम के माध्यम से वित्तीय लेनदेन कर सकता है।
इस मामले में, लेन-देन के लिए बैंक खाते की जानकारी प्रदान करना आवश्यक नहीं है। इस पेमेंट सिस्टम से लोग अपने आधार नंबर के जरिए आसानी से एक बैंक अकाउंट से दूसरे किसी बैंक अकाउंट में आसानी से पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं।
यह एक बहुत ही सुरक्षित लेनदेन प्रणाली है क्योंकि लेनदेन के लिए बैंक विवरण प्रदान करने की कोई आवश्यकता नहीं है।
AePS का फुल फॉर्म Aadhaar Enabled Payment System हैं।
AePS का प्रबंधन कौन करता है?
AePS (Aadhaar Enabled Payment System), जो मुख्य रूप से NPCI प्रबंधन करता है। जिसका फुल फॉर्म National Payments Corporation of India है।
भारत में मुख्य रूप से कैशलेस लेनदेन को बढ़ाने के लिए AePS प्रणाली शुरू की गई थी। AePSसिस्टम इसीलिए लाया गया था ताकि लोग हार्ड केस का इस्तेमाल कम करके कैशलेस ट्रांजैक्शन ज्यादा कर सके।
AePS से क्या फायदा है?
AePS की तीन मुख्य सुविधाएं हैं –
- आप अपनी बैंक खाते की जानकारी प्रदान किए बिना अपने बैंक खाते की बैलेंस चेक कर सकते हैं।
- आप आसानी से अपने बैंक खाते से किसी और के खाते में पैसे भेज सकते हैं। जिसे हम फंड ट्रांसफर कहता है।
- आप Cash Withdrawal के साथ-साथ Cash Deposit भी कर सकते हैं।
AePS सिस्टम से ये सुविधाएं बैंक की तरह ही मिलते हैं।
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AePS कैसे काम करता है?
किसी व्यापारी के पास AePS मशीन होता है। अगर आपके पास आधार कार्ड है तो आपके पास आधार नंबर भी होगा। यदि आप उस व्यापारी को वह आधार नंबर देते हैं, तो वह उसे अपनी मशीन में दर्ज कर देगा।
Enter करने के बाद आपको एक फिंगरप्रिंट स्कैनर मशीन देंगे जहां आपको अपना फिंगरप्रिंट स्कैन करना होगा। वह फिंगरप्रिंट जो आपके आधार कार्ड के डेटाबेस से जुड़ा है।
जब आपने अपना आधार कार्ड बनवाया था तब आपके फिंगरप्रिंट और आपकी आंखों के विवरण स्कैन किए गए थे। और वे डीटेल्स डेटाबेस में संग्रहीत हैं।
जब भी आप उस आधार नंबर को दर्ज करते हैं और अपना फिंगरप्रिंट स्कैनर मशीन में अपने फिंगरप्रिंट स्कैन करते हैं। फिर आधार डेटाबेस से आपके फिंगरप्रिंट का मिलान किया जाता है।
इसके जरिए आपको AePS की सुविधा मिलेगी। जब भी आप AePS के जरिए कोई ट्रांजैक्शन करते हैं तो उसके डिटेल्स का मैसेज तुरंत आपके मोबाइल नंबर पर आ जाएगा।